सुहास भटनागर
जन्म तिथि 12.07.1961 मुरादाबाद (उ. प्र.) व्यवसाय स्वतंत्र लेखन, नाटक निर्देशन, स्क्रिप्ट राइटिंग. नाटक संस्था कहानीवाला थिएटर का संचालन. पुस्तकें : सुलगते हैं जज़्बात (काव्य संकलन), किसी दहलीज़ पर (सम्पादकीय कार्य चल रहा है, प्रकाशनार्थ) वर्तमान सृजन (सांझा संकलन), एक कदम और.... (सांझा संकलन), शब्द नहीं मुरझाते ( सांझा संकलन) Under the sun (Anthology) www.speakingtree. पर 200 से अधिक ब्लोग्स और www.yourquote.in/suhas-bhatnagar पर 1400 से ज़्यादा कोट्स. अभी मेरे पास बहुत सामिग्री काव्य प्रकाशन के लिए तैयार हैं और एक लघु कहानी संकलन पर काम चल रहा है. नाटक मंचन एवं निर्देशन : अरुंधती (एकल नाटक), द्रौपदी, समय साक्षी है (नृत्य नाटिका) (दो बार) , मेरे किरदार (नाटक), इस्मत और मंटो की चुहलबाज़ियाँ (नाटक)(चार बार), चारों नाटक मेरे लिखे हुए हैं और मैंने ही निर्देशित किये हैं. मंटो की कहानी ‘हतक’ की स्क्रिप्ट, मंटो फिल्म के प्रमोशन में नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी और नंदिता दास के समक्ष मंटो पर व्याख्यान. हैदराबाद स्थित लामकान में कई स्टोरी टेलिंग सेशन किये हैं. हैदराबाद लिटरेरी फेस्टिवल 2024 और मौलाना आजाद राष्ट्रीय उर्दू विश्विद्यालय में “परछाई, इस्मत और मंटो की” का मंचन I आगामी महीने में नयी प्रस्तुति, परछाई,अमृता और इमरोज़ की का भी मंचन होना है I सम्मान : Igniting Minds हैदराबाद द्वारा सम्मनित, Mobbera Foundation द्वारा सम्मानित, अन्तरा शब्दशक्ति द्वारा ‘भाषा समन्वयक’ उपाधि से सम्मानित, NRB Foundation, Jaipur द्वारा विविधता में एकता राष्ट्रीय सम्मान, Department of Tourism, Hyderabad द्वारा १५० वीं गाँधी जयंती पर व्याख्यान पर सम्मानित, काव्य धारा प्रकाशन हैदराबाद द्वारा काव्य भूषण सम्मान. Humans of Hyderabad ने भी मुझे लिस्ट किया है. हाल ही में हैदराबाद में राजन चौधरी स्मृति सम्मान से सम्मानित किया गया. मैं हैदराबाद में कई सम्मानित संस्थाओं से जुड़ा हुआ हूँ. जैसे कादम्बिनी, मंथन आदि. अभिनय : अंशुल सिन्हा की फिल्म, मिटटी में, Common sence ki baat में, एक वेब सीरीज तुलसी वनम में I निर्देशन और अभिनय अपने लिखे नाटकों में I हाल ही में Hyderabad Literary Festival में और Maulana Azad National Urdu University में अपनी कहानी “परछाई इस्मत और मंटो की” में मंटो की भूमिका I